

नरहरपुर विकासखंड के ग्राम दबेना में पिछले साल डैम निर्माण को लेकर वन विभाग ने पेड़ों की कटाई का काम गांव के मजदूरों से कराया था लेकिन एक साल बाद भी उन्हें पूरे पैसे नहीं मिल पाए हैं। कुछ मजदूरों को तो एक भी दिन की मजदूरी नहीं मिल पाई है। इसे लेकर गांव के मजदूरों में नाराजगी है। मजदूरों ने जिला कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर से मामले की शिकायत की। ग्राम दबेना से ग्रामीण मजदूर जिला कार्यालय पहुंचे और अपनी समस्या बताते हुए कहा कि उन्होंने वन विभाग के अफसरों के कहने पर पिछले साल 2020 में मई माह में डैम निर्माण के लिए पेड़ों की कटाई की थी। साल भर बाद भी मजदूरी नहीं मिल पाई है। 40 मजदूर पेड़ कटाई काम में लगे थे।
150 दिनों तक पेड़ कटाई का काम चला। एक दिन की मजदूरी 270 रुपए मिलनी थी, लेकिन अभी तक काफी कम पैसे मजदूरों को मिल पाया है। मजदूरों को 2 से 3 हजार रुपए ही मिल पाए हैं। ग्रामीणों की शिकायत है, कि वे जब वन विभाग के अफसरों से पैसे मांगते हैं तो कुछ ही दिन पैसे देने आश्वासन देते हैं। अनित राम मरकाम ने बताया कि उसके पुत्र अशोक ने 103 दिन तक डैम निर्माण में पेड़ कटाई का काम किया था लेकिन एक भी दिन का भी पैसा नहीं मिल पाया है। मिथलेश नेताम ने 112 दिन तक काम किया था लेकिन उसे भी एक दिन का भी पैसा नहीं मिल पाया है। रोशन नेताम ने 61 दिन तक काम किया लेकिन एक भी दिन का पैसा नहीं मिला। गांव के फरस नेताम ने कहा उसने 55 दिन तक पेड़ कटाई के लिए मजदूरी काम किया लेकिन अभी तक पैसा नहीं मिल पाया है।
रामजी नेताम ने 17 दिन तक मजदूरी की लेकिन एक भी दिन का पैसा नहीं मिल पाया है। गांव से पहुंचे रंजित, देशीराम, मनबहल, मंदीप, नंदकुमार, रविकुमार, ईलाश कुमार, लच्छुराम ने कहा इतनी तेज धूप में गर्मी के मौसम में मेहनत से काम किया है लेकिन अभी तक काफी कम पैसा दिया गया है। कुछ मजदूरों को एक भी दिन की मजदूरी नहीं दी गई। इधर सामने दिवाली है। मजदूर यह आस लगाकर बैठे थे कि दिवाली के पहले मजदूरी मिल जाएगी तो उनका त्योहार खर्च निकल जाएगा। लेकिन उनकी आशाओं पर पानी फिर गया। दिवाली नजदीक होने के बाद भी भुगतान नहीं हुआ तो ग्रामीण शिकायत लेकर कलेक्टोरेट पहुंचे।