

धान सुखत की समस्या सहित विभिन्न मांगों व समस्याओं को लेकर जिले के लैम्पसों में कार्यरत कर्मचारी सोमवार से फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे लैम्पसों के हड़ताली कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल के दौरान राजधानी रायपुर में धरना देंगे लेंस कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से किसानों से संबंधित सभी कार्य होंगे प्रभावित खास तौर पर समर्थन मूल्य पर धान विक्रय के लिए पंजीयन कार्य प्रभावित होगा।
10 नवंबर तक धान पंजीयन के अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। लैंप कर्मचारियों के हड़ताल को लैम्पस समितियों के अध्यक्ष व संचालक मंडल का भी समर्थन मिला है। गौरतलब हो कि धान सूखती के चलते घंटे की समस्या को लेकर धान खरीदी कार्य नहीं करने को लेकर कई बार लैम्पसों के कर्मचारी हड़ताल पर जा चुके हैं। वहीं शासन-प्रशासन को भी इस समस्या से लगातार अवगत कराया जा रहा है। घाटे में जाने के कारण कई लैम्पस समितियों के पास कर्मचारियों को वेतन भुगतान करने के लिए भी पैसे नहीं है। ऐसे में सीएम के नाम ज्ञापन सौंप पहले ही धान खरीदी कार्य करने पर लैम्पस समितियों के प्रबंधक अध्यक्ष अपनी असहमति जता चुके हैं। बावजूद इसके शासन-प्रशासन अभी तक चुप बैठी है।
अभी लैम्पस के कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल आरंभ हो रही है। सरकार मांगों व समस्याओं को लेकर शीघ्र निर्णय लेती है या नहीं समितियों में नए किसान अपना धान विक्रय करने पंजीयन करवा रहे हैं। वहीं रबी में धान की फसल के लिए खाद-बीज वितरण का कार्य भी चल रहा है। राज्य सरकार की गोधन योजना का भुगतान भी लैम्पस के माध्यम से ही किया जाता है। ऐसे में सभी तरह के कार्य प्रभावित होने से किसानों की परेशानियां बढ़ सकती है। राज्य सरकार ने 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तिथि मुकर्रर की है, अब देखना यह है कि ऐसे समय में सरकार मांगों व समस्याओं को लेकर शीघ्र निर्णय लेती है या नहीं...?