बीजापुर।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर सुंदरराज पी के दिशा निर्देशन में क्षेत्र में चलाये जा रहे माओवादी उन्मूलन अभियान के तहत् नेशनल पार्क एरिया के माओवादी मंगल कुंजाम उर्फ उधम सिंह पिता मासा उम्र 35 वर्ष निवासी डुवल नेण्ड्रा थाना गंगालूर, जिला बीजापुर (भामरागढ़ प्लाटून नंबर 7 सेक्शन कमांडर) ने आज दिनांक 15.8.2021 को पुलिस अधीक्षक बीजापुर कमलोचन कश्यप, उप पुलिस अधीक्षक आशीष कुंजाम, उप पुलिस अधीक्षक भावेश समरथ, के समक्ष माओवादियो की खोखली विचारधारा, जीवन शैली, भेदभाव पूर्ण व्यवहार एवं प्रताड़ना से तंग आकर तथा छत्तीसगढ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया । छ0ग0 शासन की माओवादी की समर्पण नीति के तहत् धारित पद पर 3.00 लाख का ईनाम घोषित है ।
मंगल कुंजाम उर्फ उधम सिंह पिता मासा उम्र 35 वर्ष निवासी डुवल नेण्ड्रा थाना गंगालूर, जिला बीजापुर (भामरागढ़ प्लाटून नंबर 7 सेक्शन कमांडर) माओवदी संगठन में कार्य का विवरण :- वर्ष 2005 में डीव्हीसी गंगालूर एरिया कमेटी द्वारा संगठन में भर्ती किया गया । उसके बाद गंगालूर एवं आसपास के एरिया कमेटी 65 नये कैडर को प्रशिक्षण हेतु महाराष्ट्र एरिया भेजा गया । प्रशिक्षण उपरान्त वर्ष 2006 में भामरागढ़ प्लाटून नम्बर 07 का पार्टी सदस्य बनाया गया जहां वर्ष 2014 तक कार्य किया । वर्ष 2014 में घर वापस लौटने के बाद नेण्ड्रा आरपीसी के संरक्षण मे कार्य कर रहा था । संगठन में इसके द्वारा इंसास रायफल धारित किया जाता था ।
माओवादी घटना में शामिल -
1. वर्ष 2007 में मरकानार थाना सातगांव जिला उत्तर गढ़चिरोली में पुलिस पार्टी पर हमले मे सी-60 के 15 कमाण्डों शहीद हो गये उक्त घटना में शामिल
2. वर्ष 2009 में लाहेरी में सी-60 के कमाण्डों को पेट्रोलिंग के दौरान अबुझमाड़ की सीमा के पास एम्बुश लगाकर हमला किये उक्त घटना में 17 सी-60 के कमाण्डो शहीद हुये उक्त घटना में शामिल था ।
3. वर्ष 09.5.2009 को थाना फरसेगढ क्षेत्रान्तर्गत मंडेम घाट सालेपल्ली में रोड निर्माण कार्य में लगे सुरक्षा पार्टी पर हमला किये, घटना में 02 एसपीओ शहीद 03 नग .303 रायफल लूट लिये और निर्माण कार्य में लगी वाहनों में आगजनी करने की घटना में शामिल ।
4. वर्ष 2010 में सलवा जुडुम नेता रघु की भोपालपटनम तलाब के पास टंगिया से मारकर हत्या ।
5. वर्ष 2010 में बरदेली में सचिव, पटेल और कोटवार की हत्या में शामिल ।
माआवादियों की विचारधारा, जीवन शैली एवं भेदभाव पूर्ण व्यवहार से त्रस्त होकर, भारत के सविधान में विश्वास रखते हुये, छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर मंगल कुंजाम उर्फ उधम सिंह द्वारा पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया गया । समर्पण करने पर इन्हे उत्साहवर्धन हेतु शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत् रूपये 10000/- (दस हजार रूपये) नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया ।