रायपुर/बस्तर मित्र
रायपुर के इंडोर स्टेडियम में शुक्रवार को पंचायती राज सम्मेलन का आयोजन कांग्रेस पार्टी की तरफ से किया गया। प्रदेश के हर जिले से पंचायत स्तर के नेता यहां पहुंचे थे। कार्यक्रम में मंच से अपनी बात कहते हुए पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने कुछ मांगें मंच पर मौजूद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बताईं। उन्होंने कहा कि जनपद और जिला पंचायत के प्रतिनिधियों का मानदेय बढ़ना चाहिए। सरपंचों को बैठक के लिए सिर्फ 200 रुपए मिलते हैं। पंचायत के लोगों के पास अधिकारियों की रिपोर्ट लिखने की ताकत होनी चाहिए। विधायक सांसदों की निधि की तरह पंचायत स्तर भी निधि होनी चाहिए।
जैसे मंच से अपनी बातें रखकर सिंहदेव जगह पर बैठे। कुछ मिनटों बाद सीएम बघेल और सिंहदेव के बीच कुछ बातें हुईं। एक फाइल सिंहदेव मुख्यमंत्री को दिखा रहे थे। दोनों आपस में किसी विषय को समझने की कोशिश कर रहे थे। करीब एक से डेढ़ मिनट तक दोनों सियासी दिग्गजों के बीच बातें होती रहीं। इसके बाद जब मंच पर बोलने की बारी मुख्यमंत्री की आई। प्रदेश की पंचायतों से जुड़े हर जन प्रतिनिधि को एक के बाद एक कई तरह की सौगातें मिलीं। सीएम बघेल ने मंच से मंत्री सिंहदेव द्वारा की गई मांगों को मानते हुए अहम एलान किए और कहा छत्तीसगढ़ के सरपंचों का मानदेय 2 हजार से बढ़ाकर 4 हजार रुपए कर दिया गया है। इनके अलावा अन्य पंचायत प्रतिनिधियों के लिए मानदेय और विकास निधि का ऐलान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष को हर साल 15 लाखए उपाध्यक्ष को 10 लाख और सदस्य को 4 लाख रुपए निधि के तौर पर दिए जाएंगे। इसी तरह जनपद के अध्यक्ष को 5 लाखए उपाध्यक्ष को 3 और सदस्य को 2 लाख रुपए मिलेंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष को 15 की जगह 25 और उपाध्यक्ष को 10 की जगह 15 हजार रुपए मानदेय मिलेगा। जिला पंचायत सदस्य 6 की जगह अब 10 हजार मानदेय मिलेगा। जिला पंचायत और जनपद के अध्यक्ष दोनों ही संस्थाओं के अफसरों और कर्मचारियों की रिपोर्ट में अपना अभिमत कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को देंगे। इनसे मिले इनपुट के आधार पर अफसर के काम-काज की रिपोर्ट बनेगी। जिला पंचायत और जनपद अध्यक्षों की नई गाड़ी देने का एलान किया गया। सरपंचों को बैठक के लिए अब 2 सौ की जगह 5 सौ रुपए मिलेंगे।