

तेंदूपत्ता परिवहन करने वाले ट्रक परिवहन कर्ताओं ने परिवहन की समस्या के निराकरण और ओवर र्हाइट चालान के संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ज्ञापन सौंपा गया है। छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग द्वारा तेंदूपत्ता परिवहन करने वाले ट्रकों से 20000 से 25000 का ओवर लोड चालान काटा जा रहा है जिसके कारण छत्तीसगढ़ एवं महाराष्ट्र से पश्चिम बंगाल के लिए तेंदूपत्ता परिवहन करने में कठिनाई उत्पन्न हो गई है जिसके कारण वाहन मालिक इतनी महंगाई में परिवहन कार्य करने में असमर्थ हैं।
ट्रक वाहन मालिक का कहना है कि ट्रक व्यवसाय विगत 2 वर्ष से पहले ही बर्बाद हो चुका है तथा प्रदेश सरकार द्वारा हमें कोई राहत नहीं दी गई है हमारे वाहनों में वाहन की बहार क्षमता से भी कम माल लोड किया जाता है तथा और लोड कभी भी नहीं होता है तेंदूपत्ता वजन में हल्का होने के कारण वाहनों से बाहर निकलता है तथा तेंदूपत्ता परिवहन का एकमात्र तरीका है किसी भी तेंदूपत्ता लोड वाहन से कोई दुर्घटना नहीं के बराबर ही होती है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश में तेंदूपत्ता से आदिवासियों को रोजगार मिला हुआ है, जिनमें तेंदूपत्ता तोड़ाई, बंधाई, लोडिंग, अनलोडिंग सभी शामिल है। छत्तीसगढ़ राज्य को तेंदूपत्ता से राजस्व भी प्राप्त होता है, परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा किए जा रहे हैं भारी जुर्माने के कारण छत्तीसगढ़ के तेंदूपत्ता परिवहन संघ से मौखिक रूप से विचार कर दिनांक 10.12.2021 को संपूर्ण छत्तीसगढ़ी महाराष्ट्र से तेंदूपत्ता परिवहन न करने का निर्णय लिया गया है तथा उक्त निर्णय में मोबाइल पर धमतरी, कांकेर, बस्तर, भानुप्रतापपुर, राजनांदगांव, अंबिकापुर, खरसिया एवं गोंदिया के समस्त पदाधिकारियों से चर्चा कर ली है एकमत से दिनांक 10.12.2021 से पश्चिम बंगाल के लिए तेंदूपत्ता परिवहन अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है जिससे आगामी सीजन में तेंदूपत्ता जंगल में से गोदाम लाने में भी परेशानी होगी।