

नववर्ष पहले दिन मंदिरों में पहुंचकर लोगों ने भगवान के दर्शन व पूजा-अर्चना के साथ दिन की शुरूआत की। सुबह से लोग मंदिरों में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचने लगे थे और दिनभर मंदिरों में भक्तों का आना जाना लगा रहा। लोगों ने भगवान से सुख समृद्धि की कामना की। नववर्ष पर देर रात तक धूम के बाद एक जनवरी की सुबह से मंदिरों में लोगों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। सुबह से ही लोग मंदिरों में दर्शन करने पहुंचे और मंदिर पहुंचकर लोगों ने भगवान से प्रार्थना की कि नया साल उनके जीवन में नई खुशियां लेकर आए और कोरोना संक्रमण से लोगों से छुटकारा मिले।
अपने परिवार के साथ माता शीतला के दर्शन के लिए पहुंची नंदनी यादव ने बताया कि साल का पहला दिन है और परंपरा के अनुसार नए वर्ष के पहले दिन की शुरूआत देवी-देवताओं की पूजा-आराधना के साथ की जाती है। वे माता के दर्शन के आए है, जिससे माता की कृपा बनी रहे और सुख समृद्धि की प्राप्ति हो। साथ ही माता से कामना की कि कोरोना संक्रमण से भी लोगों को छुटकारा मिले। परिवार के साथ मंदिर पहुंचे लोगों ने बताया कि वे नववर्ष के प्रथम दिन शहर में स्थित देवी मंदिर में जाकर माता के दर्शन करते हैं और माता से प्रार्थना करते हैं कि नववर्ष सुख शांति पूर्वक व्यतित हो।
नववर्ष में कोरोना का कहर समाप्त हो। इसी प्रकार बड़ी संख्या में भक्तगण मंदिर पहुंचे और माता के दर्शन और आर्शीवाद प्राप्त किया। शहर के शीतलापारा सांई मंदिर, ऊपर नीचे रोड स्थित शिव मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर, कंकालिन मंदिर, राजापारा स्थिति हनुमान मंदिर, जगन्नाााथ मंदिर, बालाजी मंदिर, आदि शक्ति मां सिहवाहिनी मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त दर्शन के लिए पहुंचे थे। इस दौरान लोगों ने सुख, शांति व समृद्धि की कामना की।