कांकेर/बस्तर मित्र।
पति के साथ झगड़े के बाद महिला ने उसे डराने के लिए अपने शरीर पर मिट्टी का तेल डाल लिया। लेकिन, पति ने ही उसके शरीर में आग लगा दी। घटना 25 दिसंबर की है जहां चारामा थाना के चिनौरी गांव में एक महिला सरस्वती निषाद बुरी तरह जल गई। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में इसे सामान्य घटना की तरह निपटा दिया। लेकिन रायपुर में उसने 5 जनवरी को अपनी मौत से पहले एक वीडियो में घटना की सच्चाई बताई। इससे ना सिर्फ पुलिस द्वारा लिया गया बयान के संदेह घेरे में है बल्कि मामले में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। गुरुवार को सरस्वती के परिजनों ने एसपी शलभ सिन्हा ने मिलकर उनको वीडियो सौंपकर जांच कर पति समेत ससुरालवालों पर कार्रवाई की मांग की। इस वीडियो को सरस्वती की भाभी संतोषी निषाद ने रिकॉर्ड किया।
परिजनों ने एसपी को बताया कि बयान लेने आरक्षक बलराम सिन्हा आया था वह सरस्वती के पति कृष्णा का चचेरा भाई है। 25 दिसंबर की रात 8 बजे 27 साल की महिला सरस्वती बुरी तरह जल गई थी। उसे तत्काल चारामा अस्पताल लाया गया। महिला के 80 प्रतिशत से अधिक जलने व उसकी स्थिति चिंताजनक होने के कारण तत्काल उसे रायपुर रेफर कर दिया गया था। मृतका के बड़े भाई रूपेश निषाद ने आरोप लगाया कि आरक्षक बलराम ने अपने रिश्तेदारों को बचाने के लिए झूठा बयान तैयार किया। वे लोग मामला दर्ज कराने थाने गए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
सरस्वती कह रही है कि घटना की रात पति कृष्णा के साथ झगड़ा हुआ। उसने खुद अपने शरीर पर मिट्टी तेल डाल लिया। तभी पति बोला- डरा रही है। आज मैं तुझे जला ही देता हूं और उसने माचिस लेकर दो बार तीली जलाने की कोशिश की। फिर उसने जलती हुई लकड़ी आग लगा दिया। वीडियो में उसने पुलिस को बयान से इंकार कर कहा कि जबरदस्ती उसके अंगूठे का निशान लिया गया। सरस्वती के परिजनों के अनुसार चारामा थाना का आरक्षक बलराम सिन्हा एक महिला पुलिस कर्मी के साथ बयान लेने आया। उसने बयान पर सरस्वती के अंगूठे के निशान ले लिए। इसमें लिखा है कि सरस्वती खाना बना रही थी। पास रखी जलती चिमनी उसके ऊपर गिर गई जिससे वह जल गई।
एसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि मामले में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है। महिला के पहले के बयान और परिजनों द्वारा सौंपे गए वीडियो में विरोधाभास है। इसकी जांच कर रही है। चारामा थाना के एसआई छत्रपाल सिंह साहू ने कहा कि जांच अधिकारी के साथ बलराम सिन्हा को रायपुर बयान लेने भेजा गया था। तब यह जानकारी नहीं थी कि वह मृतका के पति का रिश्तेदार है।