रायपुर/बस्तर मित्र
एक साथ सक्रिय कई मौसमी तंत्रों से बारिश लंबी खींच रही है। छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों में मंगलवार को भी हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना बन रही है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ ओलावृष्टि भी संभावित है। अधिकतम तापमान में गिरावट होने और न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया कि ऊपरी हवा का एक चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर हरियाणा के ऊपर में स्थित है। यहीं से एक द्रोणिका दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश तक गई है। एक द्रोणिका उत्तर अंदरुनी कर्नाटक से उत्तर-मध्य महाराष्ट्र तक फैली हुई है। हरियाणा से लेकर दक्षिण-पूर्व मध्य प्रदेश तक द्रोणिका की मौजूदगी के कारण प्रदेश के मध्य भाग में एक-दो स्थानों पर ओले गिरने का अनुमान है।
जबकि उत्तर अंदरुनी कर्नाटक से लेकर उत्तर-मध्य महाराष्ट्र तक द्रोणिका की मौजूदगी के कारण दक्षिण छत्तीसगढ़ के सभी भाग में खराब मौसम की चपेट में रहेंगे। इस मौसमी तंत्र के प्रभव से दक्षिण छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है। मौसम विज्ञानियों ने बताया, प्रदेश के उत्तरी भाग में विंड कॉन्फ्लूएंस जोन बनने की संभावना है। इसकी वजह से प्रदेश में अगले 3 दिनों तक मौसम में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। सरगुजा संभाग में मौसम में आंशिक सुधार होने की संभावना है। इसके बाद भी आंशिक रूप से बादल बने रहने और एक दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
सोमवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हुई है। सबसे अधिक 34 मिलीमीटर बरसात बिलासपुर के बिल्हा में हुई है। बेमेतरा में 23.6 मिमी और राजिम में 23.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है। बेमेतरा के नवागढ़ में 20 मिमी, मरवाही में 25 मिमी और मस्तुरी में 16 मिमी बारिश हुई है। रायपुर में 5.9 मिमी, आरंग में 6 मिमी और अभनपुर में 5 मिमी बारिश दर्ज की गई है।