बस्तर मित्र/कांकेर।
कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र सिंगारभाट कांकेर में शैक्षणिक सत्र 2021-22 में प्रवेशित बी.एस.सी. कृषि प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए विद्यार्थी, शिक्षक एवं पालक समागम सह कार्यशाला, आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ वनसंरक्षक वन मण्डल कांकेर सुरेश प्रसाद पैकरा, कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र कांकेर के अधिष्ठाता डॉ. देवशंकर, कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. बीरबल साहू, ऑनलाईन माध्यम से उप संचालक कृषि एन. के. नागेश, उद्यान के सहायक संचालक डॉ. व्ही. के. गौतम, सहायक संचालक कृषि सूरज पंसारी द्वारा किया गया। वनमण्डल कांकेर के वनसंरक्षक सुरेश प्रसाद पैकरा ने कार्यक्रम में विद्यार्थियों को लक्ष्य साधकर अध्ययन के साथ.साथ प्रतियोगिता परीक्षा एवं रोजगार मूलक कार्यों को साथ.साथ करने के लिए प्रेरित किया। उपसंचालक कृषि एन. के. नागेश ने कहा कृषि के क्षेत्र में रोजगार की संभावना एवं छात्र जीवन से ही अपना एक अलग पहचान बनाना है। जिससे स्वयं के साथ.साथ दूसरों को रोजगार दे सकें। उद्यान के सहायक संचालक डॉ. व्ही. के. गौतम ने कहा कि कृषि के साथ.साथ उद्यानिकी में फूलों की व्यवसायिक खेती फल एवं सब्जियों की बाजार मांग आधारित व्यवसाय कर अपने को सशक्त बना सकते है। कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, सिंगारभाट के अधिष्ठाता डॉ. देवशंकर ने प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं से कहा कि कृषि शिक्षा के बाद कृषि के क्षेत्र में रोजगार के आपार संभावना है। कृषि शिक्षा लेकर स्नातक एवं उच्च शिक्षा के साथ.साथ स्वयं के रोजगार भी शुरू कर सकते है। प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. बीरबल साहू ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि शिक्षा हासिल कर कृषि के साथ.साथ उच्च संस्थानों में प्रतियोगी परीक्षाओं के माध्यम से प्रवेश हासिल कर सकते है।
कृषि सहायक संचालक सूरज पंसारी ने छात्र-छात्राओं को मार्गदर्शित करते हुए कहा कृषि का क्षेत्र वृहद है रोजगार के अपार संभावना है। कृषि शिक्षा हासिल कर स्वयं का रोजगार चुनने का अच्छा अवसर है। कार्यक्रम में उपस्थित वैज्ञानिकों द्वारा प्रक्षेत्र में किये जा रहे अनुसंधान कार्यों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में ऑनलाइन माध्यम से महाविद्यालय में प्रवेश कर चुके प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राएं एवं उनके पालकगण प्रदेश स्तर पर विभिन्न जिलों से जुड़कर अपने कार्यक्रम में बतायें गये कृषि शिक्षा तकनीक एवं भविष्य की संभावनाओं की जानकारी से लाभान्वित हुए। कार्यक्रम को ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी दीपेश कुमार सिन्हा, सहायक प्राध्यापक एवं शिक्षण प्रभारी डॉ. पीयूष कांत, डॉ. पी. एस. मरकाम, डॉ. प्रमोद कुमार नेताम, अनिल नेताम, हेमंत टोप्पो ने भी विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के विद्यार्थियों को संबोधित किया।