कांकेर/बस्तर मित्र
कांकेर शहर के रियायत कालीन ऐतिहासिक पुरानी कचहरी परिसर में समाजसेवियों व युवाओं द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया गया और परिसर की सफाई की गई। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने सहयोग प्रदान किया। जिला मुख्यालय में लग्भग 109 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक धरोहर पुरानी कचहरी परिसर में रविवार को जन सहयोग समाजसेवी संस्था और युवाओं के द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया गया।
इस भवन का निर्माण सन 1912 में हुआ था। आजादी के बाद लंबे समय तक इसी भवन में न्यायालय के साथ.साथ अन्य कई कार्यालयों का संचालन होता था। वर्तमान में तहसील कार्यालय और सैनिक कल्याण कार्यालय सहित अन्य कार्यालयों का संचालन हो रहा है। सफाई अभियान में कांकेर तहसीलदार आनंदराम नेताम भी शामिल हुए और सहयोग प्रदान किया।
कचहरी के नीम चौरा में ही राजा और दीवान बैठकर मुकदमों की सुनवाई करते थे। सफाई अभियान में जिला अधिवक्ता संघ नरेंद्र दवे भी शामिल हुए। साथ ही समाज सेवी धर्मेंद्र देव, अनुराग उपाध्याय, वीरेंद्र श्रीवास्तव, संजय मंशानी, अरुण कौशिक, अमर मोटवानी, करण नेताम, आकाश चौरसिया, दिनेश मोटवानी, संजय सिंह ठाकुर, निखिल यादव, वेदांत शर्मा, शिव जशनानी, यश मोटवानी, रौनक मोटवानी, कार्तिक यादव ने सहयोग प्रदान किया।
इस दौरान परिसर स्थित शिव मंदिर और कार्यालयों के आसपास सफाई की गई। जन सहयोग समाज सेवी संस्था के अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी ने बताया कि कांकेर की पुरानी कचहरी सन 1912 में निर्मित भवन है। भवन का निर्माण कोलकाता से बुलाए गए कारीगरों द्वारा किया गया था। उस समय तत्कालीन राजा कोमल देव का शासन था और दीवान दुर्गा प्रसाद तिवारी थे।