कांकेर/बस्तर मित्र।
कलेक्टर चन्दन कुमार ने आज स्वास्थ्य विभाग में संचालित विभिन्न योजनाओं-कोविड-19 टीकाकरण, मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान एवं आकांक्षी जिला में स्वास्थ्य विभाग के डेल्टा रेंकिंग, संस्थागत प्रसव, ए.एन.सी. रजिस्ट्रेशन, टीकाकरण इत्यादि की समीक्षा करते हुए बेहतर कार्य करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया। समीक्षा के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे.एल. उईके, सिविल सर्जन डॉ. आर.सी. ठाकुर, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आई.के. सोम और जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी सी.एस. मिश्रा भी मौजूद थे।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं में प्रगति की समीक्षा करते हुए कलेक्टर चन्दन कुमार ने कोविड-19 टीकाकरण में अच्छे कार्य करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की सराहना करते हुए और अच्छा कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। उनके द्वारा आरटीपीसीआर एवं एंटीजन टेस्टिंग बढ़ाने के लिए चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया। कोविड-19 टीकाकरण की समीक्षा करते हुए कलेक्टर द्वारा प्रथम डोज, द्वितीय डोज एवं प्रिकाशन डोज के टीकाकरण की विस्तृत समीक्षा किया गया एवं चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
शत-प्रतिशत कोविड-19 टीकाकरण के शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रत्येक सप्ताह के बुधवार को टीकाकरण के लिए विशेष अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया गया, साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का सेक्टर स्तर पर समीक्षा के लिए प्रत्येक शनिवार को सेक्टर स्तरीय समीक्षा बैठक करने सभी बीएमओ को निर्देश दिये गये। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजनांतर्गत हाट-बाजारों में मरीजों का उपचार के संबंध में भी विस्तृत समीक्षा किया गया एवं इसके बेहतर क्रियान्वयन हेतु सभी बीएमओ को निर्देशित किया गया। कलेक्टर श्री चन्दन कुमार द्वारा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए शत-प्रतिशत ए.एन.सी. रजिस्ट्रेशन एवं टीकाकरण करने और इसके लिए घर-घर सर्वे करने के निर्देश भी दिये गये, साथ ही मितानिनों के साथ स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की समीक्षा बैठक करने के लिए कहा गया।
शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने के निर्देश भी उनके द्वारा दिये गये। मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान एवं मिशन इन्द्रधनुष की भी समीक्षा की गई। इस अवसर पर जिले के सभी विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारी, महिला एवं बाल विकास के परियोजना अधिकारी तथा स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।