
अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं जो चाय के साथ दवा लेना पसंद करते हैं तो अपनी ये आदत तुरंत बदल डालिए। चाय के शौकीन लोग हर समय चाय पीने का बहाना ढ़ूंढते रहते हैं फिर चाहे दवा ही क्यों न खानी हो, उन्हें उसके साथ भी चाय ही पीनी होती है। अगर आपको भी चाय की ऐसी ही कोई लत है और आप अपनी दवा तक चाय के साथ खाते हैं तो अपनी ये आदत तुरंत बदल डालिए। आपकी ये आदत आपको धीरे-धीरे कई रोगों की चपेट में ला सकती है।
अगर आप नींद की दवा लेते हैं तो उसे चाय के साथ न लें। ऐसा इसलिए क्योंकि चाय में मौजूद कैफीन (Caffeine) नींद की गोलियों के प्रभाव को भी खत्म कर देता है।
अगर आप एनीमिया (Anaemia) की शिकार हैं और आयरन की कमी पूरी करने के लिए गोलियां ले रहे हैं, तो उन्हें चाय के साथ न लें। विशेषज्ञ भी सुझाव देते हैं कि इन दवाओं के आधे से एक घंटे बाद तक भी चाय नहीं पीनी चाहिए। दरअसल, चाय में मौजूद कैटेचिन (Catechin) आयरन के अवशोषण को रोकती है। जिससे मल्टी-कॉम्प्लेक्स का उत्पादन होता है।
चाय में टैनिक एसिड, थियोफिलाइन और कैफीन पाया जाता है। साथ ही इसमें टैनिन होता है जो दवा के साथ मिलने के बाद रासायनिक प्रतिक्रिया करते हैं। इस तरह यह दवा के असर को कम कर देते हैं। दवाइयों का असर कम होने की वजह से आप जल्दी रिकवर नहीं कर पाएंगे।
चाय दवा के असर को तो कम करती ही है इसके साथ ही यह पाचन से जुड़ी दिक्कतों के अलावा ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है।
डॉक्टरों की मानें तो दवा को सादे पानी के साथ लेना सबसे सुरक्षित होता है। एक घूंट के बजाय एक गिलास पानी बेहतर होता है, क्योंकि यह दवा को घुलने में मदद करता है। ठंडे पानी की बजाए गर्म पानी ज्यादा अच्छा रहता है। जर्नल फार्मास्यूटिकल रिसर्च (Journal Pharmaceutical Research) में प्रकाशित हुए शोध के अनुसार, ठंड और बुखार की दवा को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए इसे गर्म पानी के साथ लेना अच्छा है। यह आपके शरीर में दवाई को तेजी से अवशोषित करने में मदद कर सकता है। इससे आप कम समय में बेहतर महसूस कर पाएंगे।