कांकेर/बस्तर मित्र।
जिले के विद्यालयों में आज प्रवेशोत्सव मनाया गया, जहां पर नव प्रवेशित बच्चों को तिलक लगाकर एवं मिठाई खिलाकर स्वागत किया गया, साथ ही उन्हें गणवेश एवं पाठ्य पुस्तक भी प्रदाय किये गये। जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम नरहरदेव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कांकेर में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष मनोज मण्डावी ने शाला प्रवेशोत्सव को संबोधित करते हुए कहा कि नव प्रवेशित बच्चों के लिए आज का दिन अविस्मरणीय है। आज से उनका भविष्य गढ़ने का कार्य शुरू हो गया है और उन्हें राह दिखाने उनके शिक्षक यहां मौजूद हैं।
इस वर्ष 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा में कांकेर जिले का रिजल्ट उत्कृष्ट रहने पर शिक्षकों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इस वर्ष संघ लोक सेवा आयोग में भी छत्तीसगढ़ के 7-8 युवाओं का चयन आईएएस के लिए हुआ है, जिससे हमारे राज्य का गौरव बढ़ा है। श्री मण्डावी ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कोरोना के कारण आर्थिक क्षेत्र से लेकर शिक्षा जगत में भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आप लोगों ने मोहल्ला क्लास एवं अन्य माध्यमों से बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखा, जिसके लिए आप सभी बधाई के पात्र हैं। आप सभी समर्पित भाव से कार्य करते रहें।
राज्य शासन द्वारा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालित करने पर बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि यहां के शिक्षा व्यवस्था को देखकर बहुत अच्छा लगता है, निश्चित ही आने वाला भविष्य सुखद होगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बस्तर संभाग के बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, नारायणपुर जिलों में नक्सली घटना के कारण बंद हो चुके स्कूलों को शुरू किया है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। यहां के बच्चों को भी अब अपने गांव में ही स्कूली शिक्षा मिलेगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संसंदीय सचिव एवं स्थानीय विधायक शिशुपाल शोरी ने कहा कि आज का दिन बहुत खास है, नव प्रवेशित बच्चों में उत्साह है। उनके भविष्य गढ़ने का कार्य आज से शुरू हो चुका है। राज्य शासन द्वारा स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय शुरू करने पर खुशी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों में प्रवेश लेने के लिए होड़ लगी हुई है। प्राइवेट स्कूल के बच्चे भी टी.सी. निकालकर यहां प्रवेश ले रहे हैं, जो एक बहुत बड़ा बदलाव है। शिक्षकों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चे में नैसर्गिक गुण होता है, बच्चों के हुनर को पहचानें और उन्हें सहीं दिशा देकर आगे बढ़ायें तथा अपने स्कूल, जिला और राज्य का नाम रोशन करें। बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ खेलने-कूदने का भी मौका दें।
शाला प्रवेशोत्सव को छत्तीसगढ़ गौ-सेवा आयोग के सदस्य नरेन्द्र यादव, जिला पंचायत के अध्यक्ष हेमंत धु्रव, उपाध्यक्ष हेमनारायण गजबल्ला एवं जिला पंचायत सदस्य नरोत्तम पडोटी ने भी संबोधित किया। जिला शिक्षा अधिकारी टी.आर. साहू ने अपनी प्रतिवेदन में जानकारी देते हुए बताया कि जिले में संचालित 1591 प्राथमिक एवं 612 माध्यमिक शालाओं, 246 हाई एवं हायर सेकण्डरी विद्यालयों में शाला प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है। नवीन शैक्षणिक सत्र में 01 लाख 24 हजार 106 बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदाय करना है।
कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर नगरपालिका परिषद कांकेर के अध्यक्ष सरोज जितेन्द्र ठाकुर, बस्तर विकास प्राधिकरण के सदस्य बीरेश ठाकुर, जनपद पंचायत कांकेर के उपाध्यक्ष रोमनाथ जैन, विधायक प्रतिनिधि सुनील गोस्वामी, अपर कलेक्टर एस.पी. वैद्य, विद्यालय के प्राचार्य रचना श्रीवास्तव, बीईओ भुवन जैन सहित शिक्षक-शिक्षिकाएं, विद्यार्थी और उनके पालकगण मौजूद थे।