बस्तर मित्र/कांकेर।
जिले में शतप्रतिशत कोरोना टीकाकरण हेतु लगातार विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप जिले में अब तक 02 लाख 58 हजार 328 लोगों को प्रीकॉशन डोज का टीका लगाया जा चुका है, जो राज्य में सर्वाधिक है। जिले के सभी पात्र लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला के निर्देशानुसार 30 जुलाई शनिवार को टीकाकरण तिहार मनाया जायेगा। टीकाकरण के इस महा अभियान में 12 से 14 वर्ष एवं 15 से 18 वर्ष आयु वर्ग के सभी युवाओं एवं छात्र छात्राओं को पात्रतानुसार प्रथम एवं द्वितीय डोज का टीका स्कूलों में तथा 18 वर्ष एवं उससे अधिक आयु वर्ग के सभी पात्र लोगों को प्रथम, द्वितीय डोज एवं प्रिकॉशन (बूस्टर)डोज का टीकाकरण गांवो एवं ग्राम पंचायतों में किया जायेगा, इसके लिए जिले में 747 टीकाकरण टीम गठित की गई है।
चारामा विकासखण्ड में 106 टीम, कोयलीबेड़ा में 103, नरहरपुर में 118, कांकेर में 135, अंतागढ़ मे 80, दुर्गूकोंदल में 90 तथा भानुप्रतापपुर विकासखण्ड में 115 टीम गठित किया गया है। जिले में इस अभियान के तहत शनिवार को 01 लाख 17 हजार लोगों का कोविड टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। अंतागढ़ विकासखण्ड में 07 हजार 500, भानुप्रतापपुर विकासखण्ड में 12 हजार, चारामा विकासखण्ड में 13 हजार 500, दुर्गूकोंदल विकासखण्ड में 11 हजार, कांकेर विकासखण्ड में 19 हजार 500, कोयलीबेड़ा विकासखण्ड में 39 हजार और नरहरपुर विकासखण्ड में 15 हजार लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने टीकाकरण के लिए सभी पात्र लोगों को अपना टीकाकरण कराने की अपील की है। उन्होंने जनप्रतिनिधियों एवं पंचायत प्रतिनिधियों से भी अपील करते हुए कहा कि अपने ग्राम, शहर व क्षेत्र के सभी पात्र लोगों का कोरोना टीकाकरण कराने में सहयोग प्रदान करें। कलेक्टर ने आज जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ, नगरीय निकायों के अधिकारी, बीएमओ, बीईओ तथा शिक्षा विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक लेकर टीकाकरण के लिए उनके ब्लाक में की गई प्लानिंग एवं टीकाकरण टीम की जानकारी लिया तथा शनिवार को सुबह 06 बजे से ही टीकाकरण प्रारंभ करने के भी निर्देश दिये ताकि कृषि मजदूर एवं किसान टीका लगाकर अपने काम पर भी जा सकें।
टीकाकरण तिहार की सफलता के लिए समय पर टीकाकरण वैक्सीन उपलब्ध कराने और इसके लिए सेक्टर अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश भी दिये गये। अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि सबसे अच्छा प्रबंधन करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जायेगा। विडियो कांफ्रेंसिंग में अपर कलेक्टर एसपी वैद्य, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जे एल उईके, जिला शिक्षा अधिकारी भुवन जैन भी मौजूद थे।
कुपोषित बच्चों एवं जन्मजात विकृति से ग्रसित बच्चों का किया जायेगा उपचार :-
जिले के कुपोषित एवं जन्मजात विकृति से ग्रसित बच्चों का जिला प्रशासन द्वारा निःशुल्क इलाज कराया जायेगा, इसके लिए कुपोषित बच्चों एवं जन्मजात विकृति वाले बच्चों की स्क्रीनिंग की जा रही है, अभी तक 04 हजार 725 कुपोषित बच्चों तथा जन्मजात विकृति वाले 44 बच्चों का चिन्हांकन किया गया है। चिन्हांकित बच्चो का जिला चिकित्सालय कांकेर में आयोजित शिविर में रायपुर के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जांच की जाएगी तथा जो बच्चे ऑपरेशन के लिए चिन्हांकित किये जायेंगे उनका निःशुल्क ऑपरेशन कराया जायेगा।
कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिले के सभी विकासखण्ड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कुपोषित एवं जन्मजात विकृति से ग्रसित बच्चो का चिन्हांकित कर जिला चिकित्सालय कांकेर में आयोजित होने वाले शिविर में लाना सुनिश्चित किया जाय। जिला शिक्षा अधिकारी एवं आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त को भी स्कूलों में अध्ययनरत तथा आश्रत छात्रावासां में निवासरत जन्मजात विकृति वाले बच्चो का पहचान करने के निर्देश दिये गये हैं।