कांकेर/बस्तर मित्र।
कुष्ठ रोगियों के प्रति गांधी जी का सेवा-भाव, सम्मान, समर्पण, योगदान को स्मरण करते हुए गांधी जी का सपना “कुष्ठ मुक्त भारत” के लक्ष्य को हासिल करने केन्द्र व राज्य शासन के प्रयास से अभियान चलाया जा रहा है। अभियान व शिविर का शुभारंभ संसदीय सचिव व विधायक शिशुपाल शोरी द्वारा की गई, जिसमें सक्रिय जन-भागीदारी के लिए संदेश व शपथ दिलाया गया। अभियान का सफल संचालन हेतु कुष्ठ मुक्त जिला बनाने के लिए गांधी जी के पुण्यतिथि से प्रारंभ होकर 13 फरवरी तक “स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान” चलाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य लोगों में कुष्ठ रोग के प्रति जन-जागरूकता फैलाना है। साथ ही 7 फरवरी तक शासकीय कोमलदेव जिला चिकित्सालय संबद्व चिकित्सा महाविद्यालय कांकेर में जिले के विकृति वाले कुष्ठ रोगियों का “विकृति सुधार शल्य क्रिया शिविर” का आयोजन किया जा रहा है। कुष्ठ मुक्त अभियान के लिए कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा स्वास्थ्य विभाग व अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक लेकर अभियान की सफल क्रियान्वयन व संचालन के लिए दिशा-निर्देश दिये गये थे। जिसके परिपालन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खरे एवं जिला कुष्ठ अधिकारी डॉ. सुनील कुमार सोनी द्वारा सफल क्रियान्वयन हेतु 25 फरवरी तक “सघन टीबी एवं कुष्ठ खोज अभियान” में मितानिनों के द्वारा घर-घर जाकर 07 लाख 84 हजार 853 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया, जिसमें 1058 कुष्ठ के संभावित मरीज पाये गये, जिसमें 1056 संभावित कुष्ठ रोगियों का चिकित्सकों से सत्यापन किया गया तथा कुष्ठ के 70 नये रोगियों का एमडीटी से तत्काल उपचार किया गया।
“विकति सुधार शल्यक्रिया शिविर” मे स्क्रीनिंग के लिए 35 कुष्ठ रोगी आये थे, जिसमें 17 कुष्ठ रोगी आरसीएस के लिए फिट पाया गया तथा विकृति वाले कुष्ठ रोगियों का आर.सी.एस. ऑपरेशन डॉ.कृष्णमूर्ति काम्बले, वरिष्ठ निदेशक, स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत शासन, क्षेत्रीय कुष्ठ प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (आरएलटीआरआई) रायपुर के टीम व शासकीय कोमलदेव जिला चिकित्सालय संबद्व चिकित्सा महाविद्यालय कांकेर के चिकित्सकीय टीम द्वारा सफल ऑपरेशन किया गया। शेष कुष्ठ रोगियों को आवश्यकता के अनुसार सेल्फ केयर कीट एवं एमसीआर चप्पल प्रदाय किया गया। इसी प्रकार “स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान” के तहत कांकेर जिले के समस्त ग्राम पंचायत के ग्राम सभा व मिडिल स्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूल, कॉलेजों में कलेक्टर का संदेश व शपथ का वाचन एवं सरपंच, प्राचार्य का उद्बोधन, प्रधानाध्यापक, प्रश्नोत्तरी जैसे गतिविधियां जन-जागरूकता के लिए सम्पादित किया जा रहा है।