रायपुर
लकड़ी पर छैनी एवं हथौड़ी से विभिन्न प्रकार के कलात्मक वस्तुएं एवं मूर्तियां उकेरने वाले काष्ठ कला के लोकप्रिय आदिवासी शिल्पकार अजय कुमार मंडावी को भारत के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान पद्मश्री मिलने के बाद प्रथम बार छत्तीसगढ़ आगमन पर स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट रायपुर में राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य नितिन पोटाई एवं साथियों ने आत्मीय स्वागत किया।
पद्मश्री अजय कुमार इंडिगो की नियमित विमान से दोपहर 1ः45 बजे रायपुर पहुंचे जहां अजजा आयोग के सदस्य नितिन पोटाई के साथ-साथ उनके परिवार जन एवं सैकड़ों की संख्या में उनके शुभचिंतक उपस्थित थे। जैसे ही पद्मश्री अजय कुमार मंडावी एयरपोर्ट से बाहर निकले उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया गया और सारा एयरपोर्ट भारत माता की जय के साथ गुंजाय मय हो गया। श्री मंडावी जी के साथ उनकी धर्मपत्नी और पुत्र-पुत्री भी साथ में पहुंचे उनका भी स्वागत एवं अभिनंदन किया गया स्वागत पद्मश्री मंडावी ने बारी-बारी से सभी स्वागत कर्ताओं के साथ फोटो खिंचवाई कई व्यक्तियों नेे सेल्फी भी ली।
इस अवसर पर अजजा आयोग के सदस्य नितिन पोटाई ने कहा कि अजय मंडावी जी को पद्मश्री मिलना पूरे छत्तीसगढ़ वासियों के लिए गर्व की बात है वह पिछले कई वर्षों से काष्ठ कला के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं उन्होंने न केवल काष्ठ शिल्पकला को आगे बढ़ाया बल्कि जेल में विभिन्न मामलों में बंद कैदियों को इस क्लब को सिखा कर एक नई दिशा दी उनके इस योगदान को छत्तीसगढ़ कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने आगे कहा कि अजय मंडावी जी को पद्मश्री मिलने से लोग काफी उत्साहित हैं और लोगों को इस पुरस्कार एवं सम्मान के बारे में जानने की ललक और भी ज्यादा बढ़ गई है। आने वाले समय में अधिक से अधिक युवाजन और आकर्षित होंगे।
इस अवसर पर रायपुर एयरपोर्ट पर सुशील पोटाई, अनिल बनज, देवलाल भारती, संदीप नेताम, रोहित मेहरा, श्रुति दुबे, संतोष कुमार साह,ू रश्मि नेताम, पंचू राम नेताम, रवि ठाकुर, कृति मेहरा, नम्रता नेताम, आदि उपस्थित थे।
महिलाओं ने उतारी आरती
पद्मश्री अजय मंडावी के रायपुर एयरपोर्ट पहुंचते ही वहां उपस्थित महिलाओं ने आरती उतारी तथा तिलक लगाकर स्वागत करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।