बस्तर मित्र/कांकेर।
कांकेर जिले में आठ सूत्रीय मांग को लेकर पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ द्वारा शासन को पटवारियों के 8 सूत्रीय मांगो एव समस्याओं को लेकर अनेकानेक बार पत्रचार कर निवेदन किया गया परन्तु आज तक कोई भी मांग पूरी नहीं किया गया और न ही समस्या का समाधान किया गया। पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर होने से राजस्व विभाग के कई कार्य प्रभावित हुए। इसलिए पटवारियों के समर्थन में किसान भी हड़ताल में बैठे है। लोगों को कार्यालय पहुंचने के बाद बिना काम कराए ही वापस लौटना पड़ा। इसे लेकर लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
राजस्व पटवारी संघ छत्तीसगढ़ के आह्वान पर जिले के अधिकांश पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहे। मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। पहले भी विभिन्न चरणों में प्रदर्शन के माध्यम व पत्राचार के माध्यम से शासन को मांगों से अवगत कराया जा चुका है, लेकिन मांग पर गंभीरता नहीं दिखाई। इसे लेकर पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। पटवारियों के समर्थन में किसान भी हड़ताल में बैठे है। पदाधिकारी ने बताया कि दिसंबर 2020 में प्रदर्शन के दौरान स्टेशनरी भत्ता सहित कुछ मांगों के स्वीकृति व आश्वासन पर आंदोलन स्थगित किया गया था, लेकिन मांग अभी तक पूरी नहीं हुई। आरआई की सीधी भर्ती पर रोक लगाई जाए। राजस्व निरीक्षक के कुल पदों के 50 फीसदी पर पटवारियों के वरिष्ठता के आधार पर एवं शेष पदों पर परीक्षा के माध्यम से नियुक्त किया जाए।
ये हैं प्रमुख मांगे
वेतन विसंगति दूर करते हुए वेतन में बढ़ोतरी।, वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति, भुईया कार्यक्रम अंतर्गत कंप्यूटरए प्रिंटर सहित अन्य संसाधन की उपलब्धता, अतिरिक्त प्रभार के हल्के का मानदेय मूल वेतन का 50 फीसदी, पटवरी भर्ती के लिए योग्यता स्नातक व कंप्यूटर आश्यक किया जाए, मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त हो, बिना विभागीय जांच के एफआईआर दर्ज नहीं हो।