
भारत सरकार एक ऐसा सिस्टम विकसित कर रही है जो भूकंप आने से पहले चेतावनी देगा. इस सिस्टम का पायलट प्रोजेक्ट हिमालयी क्षेत्र में शुरू किया गया है. सरकार ने संसद में बताया कि हिमालयी क्षेत्र के लिए भूकंप पूर्व चेतावनी प्रणाली विकसित करने की कोशिश जारी है. विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में यह बताया है. यह जानकारी ऐसे समय में आई है जब देश में बढ़ती प्राकृतिक आपदाओं और खासतौर पर पहाड़ी इलाकों में होने वाले विनाश को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं 1
सिंह ने कहा कि नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) ने हिमालयी क्षेत्र के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत EEW सिस्टम विकसित करने की पहल की है. हालांकि, उन्होंने यह भी साफ किया कि पूरी तरह से सटीक भूकंप की भविष्यवाणी दुनिया में कहीं भी संभव नहीं है. उन्होंने कहा, ‘हम समानांतर रूप से भूकंप से बचाव के उपायों पर भी ध्यान दे रहे हैं, जैसे जागरूकता बढ़ाना, आपदा प्रतिक्रिया प्रशिक्षण, मौजूदा इमारतों को भूकंप-प्रतिरोधी बनाना और नई निर्माण तकनीकों को बढ़ावा देना.’