
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गुरुवार को रायपुर रेलवे स्टेशन से पहली विशेष तीर्थ यात्रा ट्रेन को तिरुपति, मदुरै और रामेश्वरम के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस पहली तीर्थ यात्रा ट्रेन में रायपुर और बलौदाबाजार-भाटापारा जिलों के 780 श्रद्धालु बुजुर्ग सम्मिलित हुए।
इन लोगों के लिए यह यात्रा केवल धार्मिक अनुभव नहीं, बल्कि सम्मान और स्नेह का प्रतीक बन गई। बुजुर्गों की वर्षों अभिलाषा आज पूरी हो गई, जब विष्णु देव साय ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का शुभारंभ किया।
इस मौके पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े मौजूद थीं। गुरुवार को इस योजना के तहत पहली खेप में रायपुर रेलवे स्टेशन से तिरुपति, मदुरै और रामेश्वरम के लिए रायपुर और बलौदाबाजार-भाटापारा जिलों के 780 श्रद्धालु बुजुर्ग रवाना हुए।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना की शुरुआत भाजपा की तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सरकार में चार दिसंबर 2012 को की गई थी। 15 जनवरी 2013 से 10 जून 2019 के मध्य इस योजना के तहत कुल 272 तीर्थ यात्राओं के माध्यम से दो लाख 46 हजार 983 श्रद्धालुओं को लाभान्वित किया गया था।
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद जुलाई 2019 से लगभग पांच साल तक ये योजना संचालन में नहींं थी। भूपेश सरकार ने इस योजना को बंद कर दिया था, अब फिर से इसे प्रारंभ कर वर्तमान सरकार ने छत्तीसगढ़ में बुजुर्गों की श्रद्धा, आस्था और वर्षों से संजोए गए तीर्थ यात्रा के सपने को पूर्ण करने के लिए एक बार फिर पहल की है।