
रामनवमी का पर्व चैत्र माह की नवमी तिथि शनिवार शाम 7.27 बजे से लगेगी जो अगले दिन दिवस पर्यंत रहेगी। उदया एवं दोपहर 12 बजे भी नवमी तिथि होने से एक मत से राम नवमी रविवार को मनाई जाएगी। पूजा के लिए श्रेष्ठ समय 2 घंटे 31 मिनट- सुबह 11.09 से दोपहर 1.40 बजे तक रहेगा।
चैत्र शुक्ल नवमी तिथि पर 6 अप्रैल को भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव रामनवमी पर्व के रूप में श्रद्धा उल्लास से मनाया जाएगा। रामनवमी पर रवि योग, रवि पुष्य नक्षत्र योग, सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है।
रामनवमीं पर भगवान श्रीराम को मालपुआ का भोग अर्पित करने की परंपरा निभाई जा रही है। यहां 11 क्विंटल मालपुआ पिछले दो दिनों से तैयार किया जा रहा है। श्रद्धालुओं को बिठाकर मालपुआ का प्रसाद खिलाया जाता है। मंदिर में भगवान श्रीराम-सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न की प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र हैं।