
सुकमा पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता मिली है. जवानों ने हत्या, लूट और हमले जैसे मामलों में वांछित वारंटी नक्सली कुंजाम सोमड़ा को नागाराम इलाके से गिरफ्तार किया है. आरोपी कई वर्षों से फरार था और उस पर स्थायी वारंट जारी था. सीआरपीएफ व जिला बल की संयुक्त कार्रवाई में आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है.
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों को नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. जिला पुलिस बल और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने लखापाल-नागाराम के बीच चल रही एमसीपी कार्रवाई के दौरान एक वांछित खूंखार नक्सली को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक, 74वीं वाहिनी सीआरपीएफ और थाना चिन्तलनार की संयुक्त टीम जब क्षेत्र में गश्त पर थी. तभी नागाराम की ओर से आ रहे एक संदिग्ध व्यक्ति को देख पुलिस को शक हुआ. वह पुलिस को देखकर छिपने की कोशिश करने लगा. जवानों ने घेराबंदी कर उसे मौके पर ही पकड़ लिया. पूछताछ में आरोपी ने अपनी पहचान कुंजाम सोमड़ा उर्फ सोमारू (30 वर्ष), निवासी नागाराम, थाना चिन्तलनार के रूप में बताई.
उसने स्वीकार किया कि वह माओवादियों के मिलिशिया संगठन में सदस्य के रूप में सक्रिय था. रिकॉर्ड खंगालने पर सामने आया कि आरोपी वर्ष 2015 में थाना जगरगुंडा क्षेत्र के ग्राम नागारास में एक व्यक्ति की निर्मम हत्या में शामिल था, जिसमें लाठी, डंडा और कुल्हाड़ी से वार कर हत्या की गई थी और बाद में शव को जला दिया गया था.