
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में डोंगरकट्टा गांव के पास भालू के हमले में दो लोगों की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया. घटना जंगल में लकड़ी इकट्ठा करते समय हुई. शव हटाने पहुंचे वनकर्मी पर भी हमला हुआ. मृतकों में सुकलाल दर्रो और उनके पिता शंकर दर्रो शामिल हैं. वन विभाग ने क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है.
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, सुकलाल दर्रो (45) और अज्जू कुरेती (22) शनिवार सुबह जंगल में लकड़ी इकट्ठा करने गए थे. इसी दौरान अचानक एक भालू उन पर हमला कर दिया. भालू के हमले में सुकलाल दर्रो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अज्जू कुरेती गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही वन और पुलिस विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं.
इसके बाद वनकर्मी और स्थानीय लोग सुकलाल दर्रो के शव को हटाने की कोशिश कर रहे थे. इसी दौरान भालू ने फिर से हमला कर दिया. इस बार सुकलाल के पिता शंकर दर्रो को निशाना बनाया गया, जिससे उनकी भी मौत हो गई. इस हमले में वन रक्षक नारायण यादव भी घायल हो गए. उनके हाथ में गंभीर चोटें आई हैं. वन अधिकारियों ने बताया कि स्थिति इतनी गंभीर थी कि शवों को जंगल से बाहर लाने के लिए जेसीबी मशीन का सहारा लेना पड़ा.
वन विभाग ने घटना के बाद क्षेत्र में वन कर्मियों को तैनात कर दिया है और भालू की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. साथ ही स्थानीय ग्रामीणों को जंगल में मानवीय हस्तक्षेप और भोजन की कमी हो सकती है. वहीं, घायल अज्जू कुरेती को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.