बस्तर संभाग

जिले के किसानों को कृभको से जोड़ने की आवश्यकता - नितिन पोटाई . . .

कांकेर.

भारत के आजादी के 75 वीं वर्षगांठ की अवसर पर कृषक भारतीय कॉपरेटिव्स लिमिटेड नई दिल्ली द्वारा आयोजित भारत अमृत महोत्सव उर्वरक संवर्धन अभियान के तहत किसान राईस मिल कांकेर में आयोजित कार्यक्रम में कृभको संस्था द्वारा जिले के सहकारिता आन्दोलन से जुड़े हुए किसानों का सम्मान साल एवं गुलदस्ता भेंट कर किया गया। सहकारिता के क्षेत्र में यह पहला अवसर था जबकि रासायनिक खाद उत्पाद कंपनी के द्वारा अधिक से अधिक किसानों को जोड़ने के लिए सार्थक पहल किया जा रहा है । इस अवसर पर स्वागत भाषण देते हुए विपणन सहकारी संस्था किसान राईस मिल के अध्यक्ष आशीष दत्ता राय ने कृभको के अधिकारियों को जिले के सहकारिता नेताओं से परिचय कराते हुए बताया गया कि जिले में सहकारिता आन्दोलन तेजी से चल रहा है। इस संस्था द्वारा उत्पादित खाद को संस्था के माध्यम से किसानों तक पहुंचया जा रहा है जिसके बेहतर परिणाम देखने को मिल रहे है। कार्यक्रम में उपस्थित कृभको के छत्तीसगढ़ प्रमुख ए.पी गुप्ता ने कहा कि कृभको नामक संस्था किसानों के हित में 1980 से अपनी सेवाएं दे रही है उर्वरक खाद के साथ साथ अब यहां जैविक उर्वरक भी तैयार कर रही है। साथ ही अब कृभको के द्वारा किसानों के बेहतर उत्पादन के लिए अच्छे किस्मों का बीज भी दिया जा रहा है।

सभा को संबोधित करते हुए राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग सदस्य एवं सहकारिता के सर्वमान्य नेता नितिन पोटाई ने कहा कि कृभको उर्वरक खाद उत्पादन करने वाली भारत की बहुत बड़ी संस्था है जिसकी इकाई न केवल भारत में वरन विदेशों में इसकी संस्थाएं है। आज इस संस्था से जिले के किसानों को जोड़ने की आवश्यकता है । उन्होंने आगे कहा कि कांकेर जिले में ही लगभग 70 लेम्प्स समितियां, 05 विपणन सहकारी समितियां सहित कृषकों के हित में कार्य करने वाली अनेक संस्थाएं है लेकिन बहुत सारी संस्थाएं कृभकों की सदस्य नहीं है। अतः ऐसे संस्थाओं को जोड़ने की आवश्यकता है ताकि सहकारिता आन्दोलन को मजबूती मिल सके। केन्द्र सरकार ने अलग से सहकारिता मंत्रालय गठन कर इस आन्दोलन को मजबूती देने का कार्य किया है जिससे अब गांव का आम किसान भी राष्ट्रीय स्तर के संस्थाओं से जुड़ सकेगा।

उन्होंने कहा कि निरंतर उर्वरक खाद के प्रयोग से कृषि भूमि की उत्पादन क्षमता कमजोर हो रही है। कृभकों द्वारा जैविक खाद का उत्पादन इस दिशा में मिल का पत्थर साबित होगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम अध्यक्ष भरत मटियारा ने कहा कि कंपनी द्वारा कांकेर जिले के किसानों को भानुप्रतापपुर से रेक पांईट बनाकर उर्वरक खाद दिया जाय ताकि किसानों को शासकीय कीमत में खाद उपलब्ध हो सके । यदि गोदाम संबंधी कोई दिक्कत होती है तो उसके लिए हम सब मिलकर प्रयास करेंगे। सुझाव के रूप में लेम्पस के संचालक गिरवर साहू ने भी अपनी बात रखते हुए जिले के किसानों को विश्वास में लेकर कृभकों द्वारा उत्पादित जैविक खाद के प्रयोग एवं उपयोग की बात कहीं । इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य नरोत्तम पडोटी, राज्य योजना समिति के सदस्य राजेश भास्कर, जनपद उपाध्यक्ष रोमनाथ जैन , जिला सहकारी संघ के संचालक डोमेन्द्र सिंह ठाकुर, लेम्पस के संचालक शिवभान सिंह ठाकुर, पुरूषोत्तम पाटिल,गीता दत्ताराय, प्यासिन बाई, चिन्ताराम तेता, नरोत्तम पटेल, प्यारसिंह मंडावी, जगदीश सोनी, प्रभा कावड़े, बुधम जैन, हिरेश जैन, जगत मंडावी, फगवा राव साहू, ललित कावड़े, महेन्द्र जैन, र्कीतन जैन आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम पश्चात उपस्थित किसानों को बतौर प्रयोगिक तौर पर उपयोग के लिए जैविक खाद भी वितरित किया गया।




About author

Kiran Komra

पत्रकारिता के लिए समर्पित



0 Comments


Leave a Reply

Scroll to Top