कांकेर/बस्तर मित्र
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी से पहले एक बार फिर सियासत गरम हो गई है। राज्य सरकार ने अब तक धान खरीदी की तारीख तय नहीं की है। वहीं, बारदाने को लेकर किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में भाजपा प्रदेश सरकार के खिलाफ आक्रामक हो रही है। भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में भाजपा किसान मोर्चा और सहकारिता प्रकोष्ठ के पदाधिकारी बुधवार को पत्रकारवार्ता करके सरकार से एक नवंबर से धान खरीदी की मांग की है। भाजपा 12 सूत्री मांग को लेकर अब सड़क की लड़ाई की तैयारी में है। राज्य सरकार ने पिछले साल एक दिसंबर से धान खरीदी शुरू की थी।
पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू और भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि धान की फसल तैयार हो गई है। खेतों से कटाई शुरू हो गई है, लेकिन खरीदी की अब तक कोई तारीख तय नहीं हुई है। सरकार एक नवंबर से धान खरीदी करे, नहीं तो भाजपा प्रदेशभर में आंदोलन करेगी। साहू ने कहा कि किसानों के सामने धान रखने का संकट है। बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से अगर किसानों का धान खराब होता है, तो इसकी भरपाई कौन करेगा। जायसवाल ने कहा कि पिछले साल प्रदेश के दो हजार 311 खरीदी केंद्रों पर धान की खरीदी हुई, लेकिन सरकार की नीतियों के कारण केंद्रों में धान सड़ रहा है। उपार्जन केंद्र से 72 घंटे में धान का उठाव करने का नियम है। अगर उठाव नहीं होता हैए तो 31 मार्च तक अनिवार्य रूप से धान उठाना है।