कांकेर/बस्तर मित्र
बिजली विभाग ने शहर में एक बार फिर स्पाट बिलिंग शुरू कर दी है। अब फिर शहर के उपभोक्ताओं की समस्या भी बढ़ गई है। इस बार भी स्पाट बिलिंग के लिए अनट्रेंड रीडरों को मैदान में उतारा है। अधिकांश जगह वे सही रीडिंग लेकर मशीन में लोड नहीं कर पा रहे हैं। जिन उभोक्ताओं को अब तक बिजली बिल दो से चार सौ रुपए का मिलता था उन्हें 10 से 30 हजार रूपए का बिल थमाया जा रहा है। परेशान उपभोक्ता बिजली ऑफिस शिकायत करने पहुंच रहे हैं।
अगस्त में छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने टेंडर निकाल नए रीडरों से अनुबंध किया। आसपास के गांव के युवकों को अवसर तो दिया लेकिन मीटर रीडिंग की सही जानकारी व ट्रेनिंग नहीं दी। ये अनट्रेंड रीडर अब शहर के अलग-अलग मोहल्लों में पहुंच रहे हैं जिससे हजारों रूपए के बिल आ रहे हैं। जिन उपभोक्ताओं के मीटर की रीडिंग गलत भरी गई थी उसे विभाग ने सुधारना शुरू कर दिया है। लेकिन इस स्पॉट बिलिंग से विभाग के कर्मचारियों का काम कम होने के बजाय और बढ़ गया है।
शहर में अलबेलापारा, माहुरबंदपारा, सिविल लाइन, जवाहर वार्ड, शिव नगर, आदर्श नगर, रामनगर, आरईएस कालोनी, संजय नगर, आमापारा, महादेव वार्ड, शितलापारा, भंडारीपारा, इमलीपारा, हाऊसिंग बोर्ड, मांझापारा, नया बसस्टेंड, जनकरपुर वार्ड, अघननगर तथा लट्टीपारा में स्पाट बिलिंग इस माह से शुरू की गई है। सुभाष वार्ड, अन्नपूर्णा पारा, एमजी वार्ड, शांति नगर में अभी स्पॉट बिलिंग शुरू नहीं की गई है। यहां अगले माह से स्पॉट बिलिंग शुरू होने की संभावना है।
बिजली विभाग पहले प्रति मीटर रीडिंग के लिए 2.50 पैसा रीडरों को देता था। स्पॉट बिलिंग शुरू करने पर प्रति मीटर रीडिंग 5 रुपए दे रहा है। इसमें रीडर को अपना मोबाइल, इंटरनेट सेवा, प्रिंटर व कारटरेज तथा अन्य सामान का खर्च स्वयं उठाना पड़ेगा। इसके लिए वे तैयार नहीं है क्योंकि शहर में करीब 13 हजार उपभोक्ता हैं। एक रीडर को अधिकतम 1200 रीडिंग करना है। एक मीटर के पीछे दो से तीन रुपए तक खर्च आएगा। एक रीडर को करीब साढे तीन हजार रुपए इसमें ही खर्च करना पड़ेगा। इसके बाद ढाई हजार रुपए ही रीडरों के हाथ आएगा। इसलिए पुराने रीडरों ने मना कर दिया। नए रीडर इससे अंजान थे और काम ले लिया।
बिजली विभाग के एई लोकेश नामदेव ने कहा कि स्पॉट बिलिंग उपभोक्ता व विभाग सभी के लिए बेहतर है। नए रीडर होने से थोड़ी परेशानी हो रही है। जिनके बिल ज्यादा आए हैं वे एक बार वर्तमान रीडिंग चेक कर लें। यदि उसमें गड़बड़ी है तो कार्यालय आकर जांच करा उसे सुधरवा सकते हैं।