बस्तर मित्र न्यूज।
अपर कलेक्टर एस.पी. वैद्य द्वारा अधिकारियों की बैठक लेकर समय-सीमा में निराकरण पत्रों की समीक्षा की गई तथा प्रकरणों को शीघ्र निराकृत करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया। उनके द्वारा सभी जिला अधिकारियों को लगातार क्षेत्र भ्रमण कर योजनाओं के क्रियान्वयन की मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिये गये। ग्रीष्मकाल में पेयजल की सुचारू व्यवस्था बनाये रखने के लिए बिगड़े हैण्डपंपों को तत्काल मरम्मत करने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी को दिये गये। क्षतिग्रस्त आश्रम-छात्रावासों के मरम्मत की समीक्षा करते हुए उन्होंने जिले के मरम्मत योग्य स्कूलों की भी जानकारी संकलित करने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारी को निर्देशित किया। प्राथमिक विद्यालयों में अध्ययनरत एसटी, एससी, ओबीसी वर्ग के छा़त्र-छात्राओं का जाति प्रमाण-पत्र बनाने की समीक्षा भी की गई तथा इसमें गति लाने के निर्देश दिये गये। समीक्षा के दौरान बताया गया कि प्राथमिक विद्यालय में अध्ययनरत इन वर्गों के 14 हजार 378 विद्यार्थियों के स्थाई जाति प्रमाण-पत्र बनाये जा चुके हैं।
अपर कलेक्टर श्री वैद्य द्वारा गोधन न्याय योजनांतर्गत गौठानों में गोबर की खरीदी और उसका भुगतान तथा वर्मी कम्पोस्ट निर्माण की समीक्षा किया गया तथा गौठानों में निर्मित वर्मी कम्पोस्ट जिसे पैकिंग किया जा चुका है, उन्हें सहकारी समितियों में भेजकर उसका रिकार्ड संधारित रखने के लिए सभी जनपद सीईओ को निर्देशित किया गया। धान के बदले अन्य लाभकारी फसलों की खेती को अपनाने के लिए किसानों को प्रेरित करने के निर्देश भी संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिये गये। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजनांतर्गत मरीजों का उपचार एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा भी की गई, जिसमें बताया गया कि इस योजनांतर्गत एक सप्ताह में 04 हजार से अधिक मरीजों का उपचार हाट-बाजारों में किया गया है। अपर कलेक्टर श्री वैद्य ने ग्रामीण सचिवालयों में प्राप्त आवेदन एवं उसके निराकरण की समीक्षा करते हुए संबंधित सभी अधिकारियों को ग्रामीण सचिवालय में प्राप्त आवेदनों का शत-प्रतिशत निराकरण करने के लिए भी निर्देशित किया है। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुमित अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार, जनपद सीईओ एवं नगरीय निकायों के अधिकारी मौजूद थे।