
एलोवेरा जिसे हिंदी में घृतकुमारी या घीकुआँर भी कहा जाता है एक बहुपरकारी पौधा है। ऐलोवेरा के फायदे इतने सारे हैं कि इसको इस्तेमाल करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य को काफी लाभ मिल सकता है। इस पौधे के पत्तों में एक जैल जैसी सामग्री होती है जो न केवल सौंदर्य प्रसाधनों में बल्कि औषधीय उपयोगों में भी अत्यधिक लोकप्रिय है। एलोवेरा के फायदे और नुकसान दोनों को समझना आवश्यक है ताकि इसका सही तरीके से उपयोग किया जा सके। इस ब्लॉग में आपको एलोवेरा के विभिन्न लाभ, इसके उपयोग, सावधानियाँ और इसके संभावित नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
पोषक तत्व & मात्रा कैलोरी - 21 kcal, प्रोटीन -0 ग्राम, फैट - 0 ग्राम, कार्बोहाइड्रट - 5.42 ग्राम, शुगर - 4.58 ग्राम, सोडियम - 2 मिलीग्राम
त्वचा की नमी बनाए रखने के लिए एलोवेरा एक उत्कृष्ट विकल्प है। इसमें 98% पानी होता है जो त्वचा को हाइड्रेट करने में मदद करता है। यह त्वचा को मुलायम बनाता है और इसे लंबे समय तक मॉइस्चराइज रखता है। इसका जैल त्वचा पर एक परत बनाता है जो नमी को लॉक कर देता है और त्वचा को फटने या डिहाइड्रेशन से बचाता है।
एलोवेरा का उपयोग त्वचा पर मुहांसे और दाग-धब्बों को ठीक करने के लिए किया जाता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण मुंहासों को कम करने में मदद करते हैं। त्वचा पर ऐलोवेरा लगाने से इसकी गहराई से सफाई और त्वचा की प्राकृतिक चमक आ जाती है। इसका एंटीसेप्टिक गुण त्वचा पर होने वाले दाग-धब्बों को हल्का करता है और नई त्वचा को बढ़ने में मदद करता है।
ऐलोवेरा को लगाने का फायदा यह भी है कि यह बालों की समस्याओं में खासकर रूसी के इलाज में बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका उपयोग स्कैल्प की सफाई करने और उसमें जमा होने वाले फंगस और बैक्टीरिया को खत्म करने के लिए किया जाता है। इसका एंटीफंगल गुण बालों में होने वाली समस्याओं को ठीक करता है और स्कैल्प को स्वस्थ बनाता है।